कैंसर का इलाज
कैंसर का इलाज के लिए तसल्ली ज़रूरी है क्योकिसंपूर्ण इलाज अभी तक ईजाद नही हो पाया है मगर अभी तक के इलाज मे रोगी का दर्द घटाया जा सकता है ओर रोगी की आयु को बढ़ाया जा सकता है
कैंसर का इलाज
1- हर रोज सुबह
शाम मरीज को हिमालयण बेरी जूस 2- 2 चमच नियमित दे व निमनलिख़त दवा लगातार
दें एलो वेरा रस की 2 चमच दोपहर एक समय दे I3 ताजी हल्दी की गाँठ का रस निकल कर 2-2 चमच सुबह शाम दें4-गाय जो लाल रंग की हो का मूत्र 1/2 गिलास रात के समय रोगी को पीने को दे या हमारी कंपनी से मंगवा लें I
ये इलाज 3 माह का है मगर आप 40 दिन तक दवा देने के बाद टेस्ट करवा कर देख लें नतीजा आपके सामने होगा I
कैंसर के रोगी को कम से कम दिन मैं दो दफ़ा हिमालयन बेरी जूस 2-2 चम्च ज़रूर देना चाहिए जो सुबह खाली पेट ओर रत को सोते समय दें
2- एलो-वेरा जूस 2-2 चम्च दोनो सम्य खाने से तुरंत पहले दे
3-पानी देते वक्त हर बार गो मूत्र 1-1 चम्च पानी मैं मिला कर दें
अगर रोगी को दर्द की शिकायत अधिक हो है पेन अवे तेल की मालिश करे
उपरोक्त सभी दवाई हमसे मंगवा सकते है या नज़दीकी आइ एम सी स्टोर से ला सकते है
रोगी को जितना हो सके तवे की बनी हुई रोटी / चपाती ना दे
रोगी को गेहूँ के जवारे का रस जितना संभव हो सके अधिक मात्रा मे दें
सहायक् उपचार मैं
कटार जिसे सौर्सोप, भी कहा जाता है ,जो एक पेड़ का फ़ल है ओर इसे आम्तौर पर सबजी के रुप मे इसतेमाल किया जाता है
यह घातक कोशिकाओं को ही निशाना बनाता है. इस प्रकार यह कैंसर के सब प्रकार के उपचार में बहुत प्रभावी है पाया गया है कि जैसे दुष्प्रभाव, बालों के झड़ने, वजन घटाने, मितली आदि से बचाता है.
कई सक्रिय यौगिकों और रसायनों इसकी पत्ती, तना, छाल, और फल के बीज में, सौर्सोप में विशेष अननॉनसेओस असेटोगेणिंस पाया गया है. सौर्सोप में रसायनों और असेटोगेणिंस कैंसर विरोधी तुमोरौस, और विरोधी वायरल गुण प्रदर्शित करता है. सौर्सोप में पाया ये असेटोगेणिंस केवल कैंसर ट्यूमर कोशिकाओं के लिए अत्यधिक प्रभावी:है फेफड़े, स्तन, प्रोस्टेट, अग्नाशय, पेट, जिगर, लिंफोमा, बहु - दवा प्रतिरोधी मानव स्तन, डिम्बग्रंथि, गर्भाशय ग्रीवा, मूत्राशय और त्वचा कैंसर और अन्य. केन्सर को भी बड़ी मजबूती के साथ लाभ देता है
इसकी सब्जी बना कर इस्तेमाल करना भी लाभ करी है
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