सुंदरता के लिए टिप्स बनी रहे सुपर हॉट

सुंदरता के लिए टिप्स बनी रहे सुपर हॉट करे ये टिप्स

हॉट लड़की बनने के लिए करे दिखने के लिए नही सदा बनी रहे सुपर हॉट करे ये उपाए   

टिप्स
सुंदरता के लिए टिप्स herbas power of india

 दिखे  खूबसूरत और हॉट    हर लड़की की ख्वाहिश होती है वह खूबसूरत और हॉट दिखे और लोगों की नजरें उसकी तरफ हों।...लेकिन हॉट बनने का रहस्य क्या है आओ जाने थोड़ी सी सतर्कता आपको भी बना सकती है सुपर हॉट। हर लड़की की ख्वाहिश होती है वह खूबसूरत दिखे  सुंदरता तो असली शिंगार है हर लड़की का कुछ कारण हैं जो खूबसूरत लड़की के चेहरे को खराब कर देते है जो किल,मुहासे ,दाग, झुरिया आदि कोई भी हो सकते है जो खूबसूरत चेहरे को बदसूरत बना देते है
इस्केलिए आपको कम से कम नकली ओर केमिकल युक्त फेशियल से हरगिज़ बचना होगा जो आपकी चमकती काया को दागनूमा बनाते है आपको हर्बल गोल्ड फेशियल किट का इस्तेमाल शुरू करना होगा जो पूरे हर्बल तरीके से बनाया जाता है
यह आपकी त्वचा को मुलायम व लचकदार बनता है इससे किल,मुहासे ,दाग, झुरिया आदि कोई भी हो सभी तरह के दाग धब्बे आदि को साफ करके चेहरे से गंदगी ज़हरीले तत्वो को दूर करता है (हर्बल गोल्ड फेशियल किट कीमत 1599/रुपये )
त्वचा को साफ,गोरा,मुलायम,चमकदार,कांतिमय ओर झुरीओ रहित बनता है इसका इस्तेमाल साप्ताह मैं कम से कम एक दफ़ा ज़रूर करना चाहिए 

हो सकता है कि आप अपने चलने पर ध्यान ना देती हों लेकिन लड़के हमेशा लड़कियों की चाल पर ध्यान देते हैँ। कई बार भद्दे तरीके से चलने से आपका खूबसूरत व्यक्तित्व भी बदसूरत और खराब लगने लगता है।

चाल रखें ठीक हील्स के साथ चाल रखें ठीक : यह तो हर कोई जानता है कि महिलाएं जब चलती हैं तो उनके हिप्स का मूमेंट भी होता है। आमतौर पर पुरुष इसे महिलाओं की वजिर्निटी से जोड़कर देखते हैं जो कि सिर्फ एक मिथ है यदि महिलाएं चलने के दौरान अपने हिप्स का मूमेंट ठीक रखेंगी तो उनके व्यक्तित्व में निखार आएगा खासतौर पर महिलाएं जब हील्स पहनती हैं तो उनके हिप्स ज्यादा मूव करते हैं। ऐसे में हील्स पहनते हुए अपनी चाल ठीक रखें और सामान्य तौर पर चलते हुए अपने हिप्स ज्यादा हिलाएं-डुलाएं नहीं।

लंबे ओर घने बाल हर लड़की की ख्वाहिश होती है लंबे ओर घने बाल वह खूबसूरत दिखे इसमे घने ओर लंबे बालो का भी अहम रोल होता है 
 घने ओर लंबे बालो के लिए आपको केमिकल युक्त शॅमपू जो अक्सर लड़कियाँ बालो को साफ करने मैं इस्तेमाल करती हैं से बचना ज़रूरी है आप एलओवेरा युक्त हर्बल शॅमपू का इस्तेमाल करे जो केस विन के नाम से है इससे आपको बाल धोने चाहिए (कीमत 195/रुपये 200 ग्राम पॅक)
ओर अलोए हेर आयिल के साथ बालो के सूखने के बाद अपने हाथो की उंगलिओ से बालो की जड़ो मैं 15-20 मिंट तक मालिश करनी चाहिए (अलोए हेर आयिल कीमत 225/ रुपये 200 ग्राम )
इससे आपके बाल जड़ो से घने मुलायम चमकीले, ओर लंबे होते है झड़ना / टूटना  बंद हो जाते हैं सिर की तवचा का रूखापन , खुश्की, सीकरी, दंडरॅफ जैसी सारी बीमारियाँ ख़तम हो जाती है  

कदकाठी पुरुषों की सी कदकाठी होने पर : कई महिलाओं की कदकाठी पुरुषों की तरह होती है। ऐसी महिलाएं लड़कों की नजर में तुरंत आ जाती हैं।

 आपकी फिगर  आपको सबसे पहले तो महिलाओं की तरह धीमा चलना होगा। आप अपने कंघों और कमर के निचले हिस्से पर ज्‍यादा बल देकर ना चलें। अगर आपके जिसम पर चर्बी अधिक है तो इसको घटाने के लिए बाड़ी टोनर मशीन (कीमत 16000/ रुपये )का दिन मे दो बार 10 से 15 मिंट तक हर रोज इस्ते-माल  करे
अगर मोटापा अधिक है तो साथ मे हर्बल स्लिमिंग टॅबलेट फ़ैट अवे (30 टॅबलेट की कीमत 300 रुपये ) का लगातार मनचाही बाड़ी हो जाने तक इस्तेमाल करे 
छाती या सतनो  का आकर सीना तानकर ना चलें : कुछ महिलाएं अपना आत्मविश्वास दिखाते हुए सीना तानकर चलती हैं। अगर आपकी छाती या सतनो  का आकर सही नही है  या लटके हुए हैं तो इसका आसान इलाज ब्रेस्ट फिट है (100 ग्राम कीमत 350 रुपये) अपने सतनो या ब्रेस्ट को सही आकार देने ओर अविकसित सतनो के विकास के यह बहोत परभावशाली है यह सतनो के ढीलेपन एव बेढँगेपन सही आकर देता है
सही मात्रा मे क्रीम सतनो के इर्द-गिर्द तब तक मालिश करे जब तक क्रीम सोख ना जाए ।

यदि आपके कंधे चौड़े हैं तो ऐसे में आप चलने के दौरान कमर को सीधा रखें और कंधे को भी नीचे रखें। इससे आप कॉन्फिडेंट दिखेंगी और महिलाओं की तरह चलती हुई दिखाई देंगी।                                 ASSOCIATEPRODUCT LIST & PRICE HERE

उच्च रक्त शर्करा-हाइ ब्लड शुगर

उच्च रक्त शर्करा, हाइ ब्लड शुगर

गोली शुगर आवे का 5-6 माह तक हिमलियन बेरी जूस के साथ नियमित इस्तेमाल करे  इसके साथ साथ निम्न लिखित उपाय करे उच्च रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के उपाय
image of high blood sugar level meter herbspowerofindia

1 मेथी के बीज (मेथी के बीज) = 100ग्म्स
2 दालचीनी लाठी (दालचीनी) = 100ग्म्स
3 बे पत्तियों (तीज पत्ता) = 5 से 6 पत्ते
4 लौंग (लौआंग) = 7 से 8 पीसी
5 जीरा बीज (जीरा) = 2 तबल चम्मच
6 बिग कार्डामूं (मोती एलची) 4 से 6 पीसी
7 काला नमक (काला नमक) = 50 ग्राम
8 काली मिर्च (मीरच काली) = 50 ग्राम
9 हल्दी (हल्दी पाउडर) = 20 ग्राम
इन सभी दवाओ को साफ करकर ग्राइंड करके पीस ले एक हवा टाइट कंटेनर में पाउडर मिश्रण डाल ले. एक गिलास पानी में पाउडर का एक चम्मच मिश्रण और नींबू का रस मिले पानी से ले सकते हैं और यह सुबह में खाली पेट 1 बार पीना हैं. रात के खाने के बाद गे के दूध की दही से ले सकते हैं.
इसके अलावा कच्चे लहसुन 2-कली सुबह खाली पेट खाने  हैं.
रात के खाने के साथ हर दिन 1 कच्चे प्याज का सेवन करें.
काया खाना है - प्याज / लहसुन / ककड़ी / टमाटर / नींबू के रस का एक सलाद बनाने के लिए किया जाएगा
लाल चावल या  रोटी (चपाती)  खाओ
परहेज - लाल मिर्च,गुड,अयार, ईमली, अमचूर की खटाई,मीठा,गरम मसले से बचे
30 दिनों के बाद उपाय है, इस उपचार को शुरू करने से पहले अपने रक्त शर्करा को चेक करवा कर शुरू करे ओर 30 दिन यह दावा खाने के बाद चेक करवाकर  फर्क खुद देख लेना है
30 दिन बाद 15 दिन दवा बंद करके फिर शुरू करे इस तरह दवा 4 माह तक ले
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सुडौल बॉडी ताक़त , जवानी के लिए

सुडौल बॉडी के लिए दमदार नुस्खे

 इस नुस्खे के आगे अच्छे से अच्छे टॉनिक भी नहीं टिक सकते मगर मेहनत तो करनी पड़ेगी
इस दवा को लेने से पहले पावर  ओ गोल्ड
सोया,प्रोटीन,अशावगंधा,ब्राही,शतवारी,विदर्कन्द,बादाम एव ग्लूकोस युक्त,
formulla for gain body
यह वेनीला व चाकलेट के फ्लेवर मैं आती है
यह प्रोटीन,विटामिन,मिनरल्स,आंटी-ऑक्सिडेंट,करबिहिडरटेस,इटियादी का प्रकीरटिक स्रोत है मानव सरीर मैं किसी भी कमज़ोरी के शिकार इंसान को ज़रूर इस्तेमाल करना चाहिए इसके 2 चम्च को दूध, पानी,लस्सी, या जूस मैं डालकर लेना चाहिए
साथ मे सुबह शाम को 1-1 चमच हिमलियन बेरी जूस की खाना खाने के बाद लेनी चाहिए
जिन रोगो में लाभकारी है- स्नायु दौर्बल्य, नापुक्स्ता ,क्षीणशक्तिता, काम के प्रति अरूचि, बल्कारी  आदि कुछ ऐसी समस्याएं हैं। जिनसे कान्फिडेंस में कमी आती है। साथ ही मन को नैराश्य के भाव घेरने लगता है। लेकिन घबराए नहीं अगर आपके साथ भी शारीरिक बल से जुड़ी या कमजोरी की समस्या हो तो नीचे लिखे आयुर्वेदिक उपाय को जरूर अपनाएं।
सामग्री- वट वृक्ष की जटा का अग्रिम लाल रंग वाला भाग लेकर छाया में सुखाकर पीस लें। इस पिसे हुए चूर्ण की 100 ग्राम मात्रा लेकर उसको खरल में डालकर रोज 10 ग्राम वट का दूध डालकर खरल करते जाएं। इस प्रकार एक माह में 300 ग्राम दुग्ध खरल हो जाएगा। तब नुस्खा श्रेष्ठ फल देगा, यदि इतने दिन तक खरल करना संभव न हो तब 15 दिन तक खरल करना संभव हो तब 15 दिन में 150 ग्राम वट दुग्ध खरल करके 300 मि.ग्राम की यानी छोटा बेर के   गोलियां बनाकर रख लें।
सेवन विधि- इस दवा को हेल्त किट के साथ नियमित 2-3 माह तक सेवन करना चाहिए (हेल्त किट की कीमत 1905 रुपये )
 एक-एक गोली सुबह शाम दूध, मधु, मक्खन, अथवा मलाई के साथ मिलाकर खाएं।
गुण व उपयोग- इसके सेवन से शरीर का ढीलापन दूर होता है। शरीर सुडौल व सुगठित बनता है। कमजोरी मिटती है। पौरुष शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा इस  औषधी के नियमित सेवन से गैस्ट्रीक प्रॉब्लम्स भी धीरे-धीरे मिटती जाती है। अच्छे से अच्छे टॉनिक भी इस दवाई के आगे नहीं टिक पाता है।
1- 1 से 2 ग्राम सोंठ एवं उतनी ही शिलाजीत खाने से अथवा 2 से 5 ग्राम शहद के साथ उतनी ही अदरक लेने से शरीर पुष्ट होता है।
2- 3 से 5 अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से शक्ति बढ़ती है।
3-1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को आँवले के 10 से 40 मि.ली. रस के साथ 15 दिन लेने से शरीर में दिव्य शक्ति आती है।
4- एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर उसमें दो किसमिश रात्रि में भिगो दें। सुबह छानकर पानी पी जायें एवं किसमिश चबा जायें। यह एक अदभुत शक्तिदायक प्रयोग है।
5- शाम को गर्म पानी में दो चुटकी हल्दी पीने  से शरीर सदा नीरोगी और बलवान रहता है।
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मोटापे का आसान इलाज

body of fat baby -herbspowerofindia
मोटापे का आसान इलाज

अनकंट्रोल डाइट और बिगड़ती दिनचर्या के कारण दिनो-दिन बढ़ता मोटापा कम करना बहुत मुश्किल काम है। इसे कम करने के लिए परहेज व दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है या फिर कसरत करना पड़ती है।
मोटापा कम करने के लिए दवाईयां खाने से बेहतर है कुछ घरेलू नुस्खें अपनाने का। इन घरेलू नुस्खों से आप न सिर्फ पूरे शरीर का मोटापा कम कर सकते हैं बल्कि शरीर में उपचय या अपच की समस्या को भी दूर कर सकते हैं। क्योकि बाजार की दवा का दुष्परिणाम भी होते हैं जो बीमारी घटाने की जगह बढ़ा देते है

रोजाना 12 से 15 गिलास पानी श्री तुलसी की एक एक बूँद दल कर  पीएं, संभव हो तो गुनगुना पानी अधिक पीएं
हर रोज फ़ैट अवे गोली का नियनीत इस्ते माल करे एहसारीर मैं जमा चर्बी को गलाकर वजन को प्रकीर्तिक तरीके से कम करती है (30 गोली की कीमत 300 रुपये )
इसके साथ ही आलॉवेरा जूस 2-2 चमच सुबह शाम लेना चाहिए (कीमत 350-00 भर 500 ग्राम)
इस पर्योग से निसचीत लाभ होता है
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हार्टएटेक दिल का रोग

 heart attack हार्टएटेक-जानलेवा बीमारी पर काबू

heart attack herbspowerodindia
यह एक जानलेवा बीमारी है आज के दोर मैं किसी भी इंसान को शिकार बन सकती है यह बीमारी
हार्टएटेक-जानलेवा बीमारी पर काबू पाने के लिए हार्ट स्ट्रॉंग गोली का इस्तेमाल करना हरेक व्यक्ति के लिए ज़रूरी है (कीमत 30 गोली 300-00) ओर साथ मे *अर्जुनअरिष्ट 2-2 चमच सुबह शाम लेना चाहिए
यह ह्रदये को बाल देती हैं कोलेस्ट्रॉल को कम करती है खून को पतला करके दिल की नसों को लचीला बनकर नडिओं मैं आने वाले अवरोध की संभावना को ख़तम कर देती है 
हर रोज एक केला नियमित रूप मैं चबा कर या चाट बना कर ज़रूर खाना चाहिए
केला उच्च रक्तचाप में दी जानेवाली दवा एस -इनहीबिटर के रूप में काम करता है। तो आज से ही नाश्ते में लें एक पूरा केला या फिर केले से बनाएं फ्रूट सलाद ,इससे मिलेगा पोटेशियम और विटामिन सी और रक्तचाप भी रहेगा नियंत्रित है न मजे की बात
इस लिए डोरा पड़ने का इंतजार किरे बागेर इस बीमारी से बचने की कॉसिश करनी चाहिए
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मधुमेह , डायबिटीज का इलाज

 मधुमेह , डायबिटीज का इलाज

 शुगर अवे का लगातार 3-4 माह तक इस्तेमाल करे (30 गोली कीमत 300-00)
यह शुगर को नियंत्रित करती है व शुगर के कारण सरीर को हुए नुकसान की भरपाई करती है
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इसके साथ ही  सतावरी के कंद का पावडर बनाकर आधा चम्मच दूध के साथ नियमित लें, इससे कैल्शियम की कमी नहीं होगी। गुड़हल के लाल फूल की 25 पत्तियां नियमित खाएं। ये डायबिटीज का पक्का इलाज है। गुड़हल फूल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कॉलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते हैं। यूनानी दवाओं में गुड़हल काढ़े या चाय के तौर पर दिया जाता है। इसमें चीनी नहीं मिलाई जाती और इससे शरीर में ग्लकोज का संतुलित स्तर बनाए रखने में मदद मिलती है।
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सायटिका का दर्द

सायटिका  का दर्द-sciatica pain


sciatica nerve disease-herbspowerofindia
सायटिका नसों से सबींधित  बीमारी है जिसमें रोगी की एक टांग मे  भयान
अगर आप भी सायटिका पेन से परेशान है तो आपको पेन अवे गोली ओर तेल का 3 माह तक इस्तेमाल करना चाहिए
ओर स्थ मे नीचे दिए गये किसी एक योग का पर्योग करे  सायटिका  का दर्द जल्द ही ठीक हो जाएगा।
  प्रयोग
1- मीठी सुरंजान 20 ग्राम + सनाय 20 ग्राम + सौंफ़ 20 ग्राम + शोधित गंधक 20 ग्राम + मेदा लकड़ी 20 ग्राम + छोटी हरड़ 20 ग्राम + सेंधा नमक 20 ग्राम इन सभी को लेकर मजबूत हाथों से घोंट लें व दिन में तीन बार तीन-तीन ग्राम गर्म जल से लीजिए।
 2- लौहभस्म 20 ग्राम + रस सिंदूर 20 ग्राम + विषतिंदुक बटी 10 ग्राम + त्रिकटु चूर्ण 20 ग्राम, इन सबको अदरक के रस के साथ घोंट कर 250 मिलीग्राम के वजन की गोलियां बना लीजिए और दो-दो गोली दिन में तीन बार गर्म जल से लीजिए।
 3- एरण्ड के बीज की पोटली बनाकर उस से सेंक करें। दर्द से जल्द ही राहत मिलेगी।
4- 50 पत्ते परिजात या हरसिंगार के व 50 पत्ते निर्गुण्डी के पत्ते लाकर एक लीटर पानी में उबालें। जब यह पानी 750 मिली हो जाए तो इसमें एक ग्राम केसर मिलाकर एक बॉटल में भर लें। यह पानी सुबह शाम पौन कप मात्रा में पीएं। साथ ही दो-दो गोली वातविध्वंसक वटी की भी लें।
क दर्द होता है। इसका मुख्य कारण सायटिक नर्व है। यह वो नर्व है जो रीढ़ के निम्न भाग से निकलकर घुटने के पीछे की ओर से पैर की तरफ जाती है। शरीर को अधिक समय तक एक ही स्थिति में रखने से यह दर्द बढ़ जाता है यह पेन बहुत असहनीय होता है। अक्सर यह समस्या उन लोगों में होती है जो बहुत समय तक बैठ कर काम करते हैं या बहुत अधिक चलते रहने से, अत्यधिक साइकिल, मोटर साइकिल अथवा स्कूटर चलाने से सायटिक नर्व पर दबाव पड़ता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि अचानक हड्डियों पर जोर पड़ जाने से भी इस प्रकार का दर्द होता है। इस प्रकार का दर्द अक्सर 40 से 50 वर्ष की उम्र में होता है और यह बीमारी बरसात या ठंड के मौसम में ज्यादा तकलीफ देती है।
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रंग गोरा करने के लिए

रंग गोरा करने  के लिए

गोरा रंग करने के लिए उपचार
getting buety-herbspowerofindiaरंग गोरा करने के लिए उपलब्ध कई सौंदर्य प्रसाधन बाजार मैं होते है मगर अपने देखा होगा की टेलीविज़न या कई परचर देखने के बाद आप उस प्रसाधन का जब इस्तेमाल करते है तो आपको निष्पक्ष रूप मे कोई सही
परिणाम नही मिलता क्योकि ये सभी उत्पाद पैसा कमाने के लिए बनते है ओर अधिकतर कंपनी इससे कमाई करने मैं तो सफल हो जाती है मगर आपका मेहनत से कमाया हुया पैसा बेकार चला जाता है ओर कई दफ़ा आपका रंग ओर अधिक खराब हो जाता है 
इन सभी चीज़ो को नज़र मे रखते हुए हमने  आपके चेहरे की चमक को बरकरार रखने के लिए जाँचे परखे उत्पादो भी लिखने शुरू किए हैं
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जो रंग गोरा करने के साथ साथ त्वचा को कोमल नरम,मुलायम करने  के लिए प्रभावी और सिद्ध हो रहे हैं.
गोल्ड फॅशियल किट
यह तवचा को स्वस्थजानदार गोरा , मुलायम ,चमकदार ,कांतीमये, तथा छुरिया  रहित बनाने के लिए इससे  कम से कम साप्ताह मे एक बार फेशियल ज़रूर करना चाहिए
अगर आपके चेहरे पर किसी तरह के दाग-धब्बे ,निशान, कील छाई काले घेरे इटियादी हैं तो आपको हेर्बल गोल्ड फॅशियल किट  मंगवा कर ज़रूर इस्तेमाल करनी चाहिए
नकली ओर केमिकल युक्त फेशियल कभी भी नही करवाना चाहिए
घरेलू उपचार प्राकृतिक और किसी भी पक्ष प्रभाव के बिना कर रहे हैं. त्वचा निष्पक्ष बनाने और रंग में सुधार लाने के लिए घरेलू उपचार से कुछ हैं:

अगर आप इसके साथ साथ घरेलू व प्राकृतिक उपचार भी शुरू कर सकती हैं जो आपकी तव्चा को नरम एव आपके रंग में निखार लाने के लिए घरेलू उपचार से कुछ नीचे लिखे गये हैं * 2 चम्च बेसन, नींबू का रस की 6 बूँदें, कच्चे दूध का 1 चम्मच और नरम त्वचा पाने के लिए फेस पैक बनाने के लिए जैतून का तेल की कुछ बूँदें ले लो. ओर इनको मिलकर अपने चेहरे पर लेप करे 1-2 घंटे बाद हल्के गरम पानी के साथ धो ले
* सूखे संतरे का छिलका  पीस कर दूध के साथ मिश्रण का लेप करे गोरी त्वचा देने  के लिए यह पर्योग बढ़िया है.
* कच्चे दूध में 4 बादाम के साथ काले चने भिगो दें और यह सुबह में पीस लें ओर लेप करे कुछ ही दिन में ही आपकी त्वचा मे हल्का बदलाव आना शुरू हो जाएगा अपनी त्वचा पर इस पैक लागू करें. बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए दैनिक इस मिश्रण का प्रयोग करें.
* ककड़ी का रस, नींबू का रस और कुछ गुलाब जल से मिलकर फेस पैक बहुत प्रभावी है. शहद और नींबू के रस के साथ एक चेहरा मुखौटा कोशिश करें. कम से कम ध्यान देने योग्य परिणाम प्राप्त करने के लिए एक सप्ताह के लिए लगातार ओर साथ मैं फेस पैक के साथ फेस मास्क का प्रयोग ज़रूर करें.

 

हकलाना या वाणी दोष का इलाज

हकलाना  या वाणी दोष का इलाज

तुतलाना  हकलाना , तुतलाना  रोग एक असभ्य रोग है इस रोग को ठीक करने के लिए कोई अलोपेथिक दवाई मोजूद नही है इसको ठीक करना मुस्किल काम नही है मगर तोड़ा लंबा ज़रूर है
इसके रोगिओ को हिमालयण बेरी जूस की 1-1 चमच दवा सुबह खाली पेट ओर रत को सोते सम्य 3 माह तक लेनी है
बेध्यनाथ की संख पुष्पी 2-2 चमच खाना खाने के बाद दोनो टाइम लेनी है
इसके इलावा  बच्चे के लिए * बच्चे को एक ताजा हरा आँवला रोज चबाने के लिये दें। बच्चे से कहें कि पूरा आँवला वह चबा कर खा ले। इससे बच्चे की जीभ पतली हो जायेगी और उसके मुख की गर्मी भी समाप्त हो जायेगी।
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बच्चे का तुतलाना और हकलाना बन्द हो जायेगा। 
बड़ों के लिए   * बादाम गिरी 7 और काली मिर्च 7 लेकर कुछ बूंद पानी में घिस कर चटनी बना लें और उसमें थोड़ी-सी मिश्री मिला लें तथा रोगी को सुबह कुछ भी खाने से पहले चटा दें। नियमित रूप से लगभग एक या दो माह तक ऐसा करें। हकलाना और तुतलाना समाप्त हो जाता है 

बायो एनर्जी हेल्दी ब्रेसलेट


बायो एनर्जी हेल्दी ब्रेसलेट 
यह ब्रेसलेट  पार्दूषण,रेडियेशन चुंबकीय शक्ति की कमी से  हमारे सरीर की सेनट्र ऑफ ग्रॅविटी यानी हमारे सारिस के संतुलन सिस्टम के जो सेल्स खराब हो चुके है या मार चुके है उनको सक्रिय कर देता है
यह ब्रेसलेट सही मे कहे तो हमारे सरीर के लिए उर्जा बढ़ाने वाला पवर प्लांट है जिससे आन्त उर्जा का संचार होता है

bio energy health bracelet
यह हमारे सरीर के चारो तरफ सुरक्षा चकर का निर्माण करता है जिससे वातावर्ण मे मोजूद हानिकार्क तत्वो के परभाव से बचा जा सकता है
इसमे 5 तरह की स्वस्थ-वर्धक थेरोपी हैं
1-चुंबकीय थेरोपी 
2-रोर इंफ्रारेड रेंज थेरोपी
3-जर्मेनिउम थेरोपी
4-नगेटिव आयन्स थेरोपी
5-टाइटैनियंम थेरोपी
ये सभी सरीर की सुरक्षा प्रदान करती हैं एवम् इनके प्रभाव असचर्यजनक हैं
यह अनेक बीमारिओ मैं लाभदायक है  जैसे सरिरक ,मानसिक एव यों क्षमता बढ़ने मे,कमर,कंधो,सिर,पैर,मश्पेशिओ या जोड़ो के दर्द,गठिया की बीमारी,कबज,शुगर, ओर इनसे होने वाली बीमारिओ मे,ब्लड प्रेशर एन खून के प्रवाह को ठीक करने मे,ब्लड कोलेस्ट्रॉल को ठीक करने मे तथा ह्रदया एव लिवर को बाल देने मे, ह्रदये की धमनिओ मे आइ रुकावट को ठीक करने म्व, थकावट को दूर करने एव सरिरक़ उर्जा ओर ताक़त देने मे बहोत बेहतरीन है 

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रोग ग्रहदोष का प्रकोप!


औषधि या दवा से रोग शांत ना हो तो समाझ लेना चाहीए कि ग्रह दोष का प्रकोप है  अर्थात ग्रह की महादशा , अन्तर्दशा लगी हुई है तथा इस्के लिए विधि विधान से  मंत्र जाप , रत्न ,एवं जड़ी बूटिया धारण करनी चाहिए व ग्रह के आनुसार दान व पुजा इत्यादि पर विचार करना चाहीए  | इससे रोग हल्का होगा और ठीक होने लगेगा | रत्न उपरत्न सम्बंधित ग्रह के वार व् नक्षत्र में धारण करने चाहिए | दान संकल्प करके ब्रह्मण या जरूरतमंद को श्रद्धापूर्वक देना चाहिए |
रोग ग्रहदोष का प्रकोप!


ग्रहदोष के अनुसार होने वालए रोग ग्रह अनुसार उप्योगी रतन,उप्रतअन, व रत्नो की जगह धारन की जाने वाली जडी बूटीया व दान आदि का वर्णन निम्नलिखित है |

1-सूर्य गृह से सम्बंधित
रोग : सिरदर्द , ज्वर , नैत्रविकार , मधुमेय , पित्त रोग , हैजा , हिचकी आदि |
रत्न उपरत्न : माणिक्य , लालड़ी , तामडा , महसूरी |
जड़ी बूटिया : बेलपत्र की जड़
दान : गेंहू , लाल और पीले मिले हुए रंग के वस्त्र , लाल फल लाल मिठाई , सोने के कण , गाय, गुड और तांबा

2-चन्द्रमा से सम्बंधित :-
रोग : तिल्ली , पांडू , यकृत , कफ , उदार सम्बन्धी विकार , मनोविकार
रत्न उपरत्न : मोती , निमरू , चंद्रमणि , सफ़ेद पुखराज , ओपल
जड़ी बूटिया :खिन्नी की जड़
दान : चावल , श्वेत वस्त्र , कपूर , चांदी , शुद्ध , सफ़ेद चन्दन , वंश फल , श्वेत पुष्प , चीनी , वृषभ , दधि , मोती आदि |

3-मंगल से सम्बंधित :-
रोग : पित्त , वायु , कर्ण रोग , गुणगा , विशुचिका , खुजली , रक्त सम्बन्धी बीमारिया , प्रदर , राज , अंडकोष रोग , बवासीर आदि |
रत्न - उपरत्न : मूंगा , विद्रुम
जड़ी बूटिया : अनंत मूल की जड़
दान : लाल मक्का , लाल मसूर , लाल वस्त्र , लाल फल , लाल पुष्प

4-बुध से सम्बंधित :-
रोग : खांसी , ह्रदय रोग , वातरोग , कोढ़ , मन्दाग्नि , श्वास रोग , दम , गूंगापन
रत्न उपरत्न : पन्ना , संग पन्ना , मरगज तथा ओनिक्स
जड़ी बूटिया : विधारा की जड़
दान : हरी मुंग , हरे वस्त्र , हरे फल , हरी मिठाई , कांसा पीतल , हाथी दांत , स्वर्ण कपूर , शस्त्र , षटरस भोजन , घृत आदि

5-वृहस्पति से सम्बंधित :-
रोग : कुष्ठ रोग , फोड़ा , गुल्म रोग , प्लीहा , गुप्त स्थानों के रोग
जड़ी बूटिया : नारंगी या केले की जड़
दान : चने की दल , पीले वस्त्र , सोना , हल्दी , घी , पीले वस्त्र , अश्व , पुस्तक , मधु , लवण , शर्करा , भूमि छत्र आदि

6-शुक्र से सम्बंधित :-
रोग : प्रमेह , मंद बुद्धि , वीर्य विकार , नपुंसकता , वीर्य का इन्द्रिय सम्बन्धी रोग
रत्न उपरत्न : हिरा, करगी , सिग्मा
जड़ी बूटिया : सरपोखा की जड़
दान : चावल , चांदी , घी , सफ़ेद वस्त्र , चन्दन , दही , गंध द्रव्य , चीनी , गाय , जरकन , सफ़ेद पुष्प आदि

7-शनि से सम्बंधित :-
रोग : उन्माद , वाट रोग , भगंदर , गठिया , स्नायु रोग , टीबी , केंसर , अल्सर
रत्न उपरत्न : नीलम , नीलिमा , जमुनिया , नीला कटहल
जड़ी बूटिया : बिच्छु बूटी की जड़ या शमी की जड़

दान : काले चने , काले कपडे , जामुन फल , कला उड़द , काली गाय , गोमेद , काले जूते , तिल , उड़द , भैस , लोहा , तेल , उड़द , कुलथी , काले पुष्प , कस्तूरी सुवर्ण

7-राहू से सम्बंधित :-
रोग : अनिंद्रा , उदर रोग , मस्तिष्क रोग, पागलपन
जड़ी बूटिया : सफ़ेद चन्दन
रत्न उपरत्न : गोमेद , तुरसा , साफा
दान : अभ्रक , लौह , तिल , नीला वस्त्र , छाग , ताम्रपत्र , सप्त धान्य , उड़द , कम्बल , जोऊ , तलवार

8-केतु से सम्बंधित :-
रोग : चर्म रोग , मस्तिष्क तथा उदर सम्बन्धी रोग , जटिल रोग , अतिसार , दुर्घटना , शल्य क्रिया आदि
रत्न उपरत्न : वैदूर्य , लहसुनिया , गोदंती संगी
जड़ी बूटिया : असगंध की जड़
दान : कस्तूरी तिल , छाग , कला वस्त्र , ध्वज , सप्त धान्य , उड़द , कम्बल |
यदि औसधि से रोग तो ग्रह का प्रकोप अर्थात ग्रह की महादशा , अन्तर्दशा लगी हुई समझनी चाहिए | मंत्र जाप , रत्न ,एवं जड़ी बूटिया धारण करनी चाहिए | इससे रोग हल्का होगा और ठीक होने लगेगा | रत्न उपरत्न सम्बंधित ग्रह के वार व् नक्षत्र में धारण करने चाहिए | दान संकल्प करके ब्रह्मण या जरूरतमंद को श्रद्धापूर्वक देना चाहिए |


जोड़ों का दर्द का पक्का इलाज

 जोड़ों का दर्द का पक्का  इलाज


आलॉवेरा जूस का 3-4 माह तक नियमित इस्तेमाल करे ओर साथ  मे  पेन-अवे का इस्तेमाल करते रहे . गोली ओर .तेल  है
( कीमत 300-00 गोली , 175-00 तेल )
जोड़ों का दर्द का पक्का  इलाज
 उपरोक्त दवा के साथ साथ  किसी भी एक गोली का पर्योग साथ मे करें 
1 भैरव रस
2 आनंद भैरव रस
3 अग्निमुख रस
मे से कोई एक रस की गोली का विधि अनुसार कम से कम 60-90 दिन तक का कोर्स पूरा करें

इससे चोंट मोंच का दर्द, जोड़ों का दर्द, कमर दर्द और वात प्रकोप साइटिका आदि के कारण होने वाला दर्द दूर करने के लिए यह उपाय बहुत गुणकारी है।

पीडादायक माहवारी में आजमाएं घरेलू नुस्खे

पीडादायक माहवारी,menses problems
पीडादायक माहवारी में आजमाएं घरेलू नुस्खे
माहवारी का कष्टकारी होना महिालओं के लिए एक गंभीर समस्या  है, ऎसी महिलाओं को माहवारी यानी पीररियडय के टाइम गर्भाशय की पेशियों में भयंकर खिंचाव और मरोड होता है। पीडादायक माहवारी के कई कारण माने जाते हैं, जैसे-माहवारी के कई कारण माने जाते हैं, जैसे-माहवारी की रूकावट झिल्लीयुक्त मासिक स्त्राव, गर्भाशय का मुड जाना, डिंबाशय की सूजन आदि के इलावा माहवारी के समय संभोग करना या गलत व्यायाम, चुस्त व तंग कपडे पहनना आदि किसी भी कारण से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है । इस्से निमन्लिखित प्रयोगोमे से कोई भी एक नुस्खे को आजमाकर पीडादायक माहवारी से छुटकारा पाया जा सकता

1- 2 से 3 ग्राम अदरक, 4 कालीमिर्च, एक बडी इलायची-इन्हें कूटकर उबलते पानी में डालें, फिर इसमें काली चाय, दूध और शक्कर मिलाएं उबालकर थोडी देर रखने के बाद गर्म-गर्म ही पीएं। पीरियड्स के दर्द से मुक्ति के लिए यह अत्यंत उपयोगी नुस्खा है।
2-माहवारी के दर्द को ठीक करने के लिए आधा चम्मच कलौंजी के बीज का चूर्ण दिन में दो बार गर्म पानी से पीडियड्स के दौरान लें। यदि दर्द बहुत ज्यादा है, तो माहवारी शुरू होने से 3-4 दिन पहले से हय विधि शुरू करें और माहवारी समाप्त होने तक जारी रखें ।

3-अगर पीडा असह्नीय हो तो अम्रितधारा की 1-2 बूंद को 5 बूंद सरसों के तेल में मिला कर पेडू पर लेप करें। इससे पीडा का शमन तुरंत होता है।

पीडादायक माहवारी की शिकार महिलाएं मीठे-नमकीन पदार्थो का संवन कम कर दें, क्योंकि इनसे पेट फूलता है और सुस्ती आती है। इस दौरान हरी सब्जियों व फलों का सेवन अधिक करें। इससे कब्ज व गैस से राहत मिलेगी।
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