दिमाग एकदम तेज चलने लगेगा

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दिमाग एकदम तेज चलने लगेगा

 बादाम की गिरी के 5 नग रात को पानी में गलाएं। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 2 चम्मच शहद भी डालें और ग्रहण करें। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न लें।
> अखरोट भी स्मरण शक्ति बढाने में सहायक है। इसका नियमित उपयोग हितकर है। 20 ग्राम अखरोट और साथ में 10 ग्राम किशमिश लेना चाहिए।

 > ब्राह्मी बूटी दिमागी शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस रोज पीना लाभदायक होता है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ब्राह्मी मे एन्टी ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जिससे दिमाग की शक्ति बढऩे लगती है।
> दालचीनी के 10 ग्राम पाउडर को शहद में मिलाकर चाट लें। कमजोर दिमाग की अच्छी दवा है।अदरक ,जीरा और मिश्री तीनों को पीसकर लेने से कमजोर याददाश्त की स्थिति में लाभ होता है। 

अगर आपका दिमाग़ तेज नही है या आपकी याददासत / समरन शकती कमजोर है तो हमारे अनुभवी नुखसे अपनाए आपकी दिमाग़ सबंधी सारी समस्या ख़तम हो जाएगी ओर अपपकी दिमागी शक्ति एकदम दुरुस्त हो जाएगी
1- बादाम की गिरी के 5 नग रात को पानी में गलाएं। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 2 चम्मच शहद भी डालें और ग्रहण करें। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न लें।
2- अखरोट भी स्मरण शक्ति बढाने में सहायक है। इसका नियमित उपयोग हितकर है। 20 ग्राम अखरोट और साथ में 10 ग्राम किशमिश लेना चाहिए।
3- ब्राह्मी बूटी दिमागी शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस रोज पीना लाभदायक होता है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ब्राह्मी मे एन्टी ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जिससे दिमाग की शक्ति बढऩे लगती है।
4- दालचीनी के 10 ग्राम पाउडर को शहद में मिलाकर चाट लें। कमजोर दिमाग की अच्छी दवा है।अदरक ,जीरा और मिश्री तीनों को पीसकर लेने से कमजोर याददाश्त की स्थिति में लाभ होता है।
उपर दी गयी  किसी भी दवा का इस्तेमल्ल आप अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं ओर साथ मैं श्री तुलसी की 1-1 बूँद पानी मैं डालकर सुबह शाम पीते रहे 60 दिन लगातार इस्तेमाल करे पूरा लाभ होगा

डायबिटीज बुरी नही है सिर्फ़ डायबिटीज का रोग बुरा है

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बिछूबूटी,सदाबहार बूटी,रतन जोत के फ़ूल- डायबिटीज बुरी नही है सिर्फ़ डायबिटीज का रोग बुरा है । डायबिटीज के बगैर तो आपका सरीर चल फ़िर ही नही सक्ता समझ्ने  की बात तो यह है कि डायबिटी के बगैर हम जी भी नही सकते बुरा सिर्फ़ डायबिटीज रोग है जो इस्के बढने या घटने की चाल को कह्ते हैं  जब हमारा सरीर शूगर  की मात्रा पर कन्ट्रोल करना कम कर देता है तो इस्की मात्रा घटने या बढने लग जाती है तो इस्को डायबिटीज रोग कहा जाता है । यह एक घातक किसम का रोग है जो मानव जिसम को अन्दर से खोख्ला कर देता है । इस रोग मे रोगी को धैर्य रखना अती जरुरी है डायबिटीज का रोगी अगर धैर्य रख कर इलाज शुरु करे ओर संयमित रहे ओर प्रहेज रखे तो ये नही हो सकता  कि डायबिटीज का रोग आपके सरीर मे रहे ।
diabetesइलाज
- इस्का सबसे आसान व सस्ता इलाज मोजूद है मगर बात वही धैर्य रख कर इस पर कन्ट्रोल करने की है ।
इस्के इलाज के लिए शाम को ३ बजे बैंगनी रंग के बिछूबूटी के तीन फ़ूल लें (दोपहर खिडी, जिस्को रतन जोत, सदा बहार, ओर बिछूबूटी के नाम से भी जाना जाता है इस्के बैंगनी व सफ़ैद रंग के फ़ूल होते है ) ओर १०० ग्राम पानी गर्म करके इस पानी को एक कांच के गिलास मे डाल कर इस गर्म पानी मे ये तीनो फ़ूल डाल दे ओर सुबह होने तक ढक कर रख दें
सुबह खाली पेट यह पानी पी लें ओर आधा घन्टा बाद तक कुछ नही खाना पीना है।
 आधे घनटे के बाद हिमालय़्न बेरी जूस १० ग्राम ले गरम पानी से लें
इस तरह लगातार तीन दिन लेकर फ़ूल वाला पानी एक हफ़ता छोड दें हिमालय़्न बेरी जूस छह माह तक लगातार लेते रहें ।
फ़ूल वाला पानी सात दिन छोड कर फ़िर तीन दिन लेते रहें यानी पहले मास नो दिन लें फ़िर एक मास बन्द फ़िर एक माह शुरु यानी कुल ६ मास मे आपने ५४ दिन फ़ूल वाली दवा लेनी है ।
इस दवा को शुरु करने से पहले अप्ना शुगर का सत्र चैक करवा कर दवा शुरु करें । 
बिछूबूटी,सदाबहार बूटी,रतन जोत के फ़ूल

डायबिटीज के कारण कई लोगों को बार-बार मुंह सूखने की समस्या होती है। यदि आपके साथ भी यह समस्या है तो जब भी मुंह सूखे एक सुपारी का टुकड़ा मुंह में रखें। ऐसे लोगों को इस स्थिति से बचने के लिए सुपारी बहुत मदद करती हैं, क्योंकि इसे चबाने से बड़ी मात्रा में लार पैदा होती है।
साथ मे सुबह कम से कम आधा घन्टा नंगे पैर हरी घास पर सैर जरुर करें


भाग दौड की दिनचर्या अनियमित खान-पान हर निय्मित समय पर किये जाने वाले कार्य के अस्मय हो जाने के कारण बडी संखया मे लोग कम उम्र मे ही डायबिटीज का शिकार होते जा रहे हैं। डायबिटीज के मरीज को सिरदर्द, थकान जैसी समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं। डायबिटीज में खून में शुगर की मात्रा बढ जाती है। वैसे इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। परंतु जीवनशैली में बदलाव, शिक्षा तथा खान-पान की आदतों में सुधार द्वारा रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीज को अपने डाइट प्लान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। डायबिटीज हो जाने का मूल कारण पैंक्रियाज मे कुदर्ती तरीके से निर्माण होने वाली इंसुलिन की मात्रा का कम हो जाना होता है जिस वकत इंसुलिन कम मात्रा मे निर्माण होने लगती है उस वकत डायबिटीज अनिय्मित हो जाती है ओर नियंत्रण मुकत हो कर रोग का रूप धारन कर लेती है जो कम या अधिक के रूप मे हो सकती है
डायबिटीज को नियंत्रण करने के कई तरीके हैं आइए हम मधुमेह रोगियों के लिए कुछ घरेलू उपाय लिखे जा रहे  हैं।
सबसे खास यह है कि हर रोज सुबह के समय सुर्य उगने से पहाले उठ कर नंगे पांव हरी घास पर कम से कम 20 से 30 मिन्ट या अधिक समय तक सैर लगातार करनी जरूरी है  

मधुमेह,डायबिटीज के लिए अन्य घरेलू उपचार

1-   10 मिग्रा आंवले के जूस को 2 ग्राम हल्दी  के पाउडर में मिला लीजिए। इस घोल को दिन में दो बार लीजिए। इसको लेने से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।

2 रतन्जोत, के 3 फ़ूल बैंगनी रंग के ले कर आधा गिलास हलका गर्म पानी कांच के गिलास में ले कर उस्मे शाम को 2-3 बजे फ़ूल डाल कर उपर से ढक कर रख दें ओर अगले दिन सुबह खाली पेट इस्को पी ले I
*इस तरह 10 दिन लगातार करें 20 दिन छोड दें तीन माह तक दोहराएं I
    अपने सभी टैसट कर्वा कर दवा शुरु करें बीच मे भी टैसट करवा कर     
    देखें कोर्स पुरा होने के बाद भी टैसट करवा कर नतीजे जो भी हों हमारे   
    कमेन्ट बाकस मे जरुर लिखे I 

3-  औसत आकार का एक टमाटर, एक खीरा और एक करेला को लीजिए। इन तीनों को मिलाकर जूस निकाल लीजिए। इस जूस को हर रोज सुबह-सुबह खाली पेट लीजिए। इससे डायबिटीज में फायदा होता है। 

4- डायबिटीज के मरीजों के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद होता है। सौंफ खाने से डायबिटीज नियंत्रण में रहता है। हर रोज खाने के बाद सौंफ खाना चाहिए। 

5-    मधुमेह के रोगियों को जामुन खाना चाहिए। काले जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए अचूक औषधि मानी जाती है। जामुन को काले नमक के साथ खाने से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है। 

6- स्टीविया का पौधा मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। स्टीविया बहुत मीठा होता है लेकिन शुगर फ्री होता है। स्टीविया खाने से पैंक्रियाज से इंसुलिन आसानी से मुक्त होता है। 

7-डायबिटीज के मरीजों को शतावर का रस और दूध का सेवन करना चाहिए। शतावर का रस और दूध को एक समान मात्रा में लेकर रात में सोने से पहले मधुमेह के रोगियों को सेवन करना चाहिए। इससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है।

 

दांतों को चमकाने व मज्बूती के लिए

दांतों को चमकाने व मज्बूती के लिए 
दांतों की चमक व मज्बूती के लिए

 दांतों को चमकाने व मज्बूती के लिए उत्तम दन्त मंजन - 3 सुपारी फ़ल भून लें ओर पीसकर पाउडर बना कर कपडछान कर लें। इस पाउडर में नींबू रस की करीब 5-६ बूंदें डाल लीजिए और करीब 1 ग्राम सेन्धा नमक भी मिला कर सभी को मिला कर रख लें आपका दांतों को चमकाने व मज्बूती के लिए उत्तम दन्त मंजन इसको हर रोज दिन में दो बार सुबह व रात को सोते सम्य इस मिश्रण से अपने दांतों की
दांत चमकने लगेंगे

दांत चमकने लगेंगे
सफाई करें, एक सप्ताह में दांत चमकने लगेंगे ,दांतों को सड़न से बचाए- सुपारी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके कारण इसका इस्तेमाल दांतों की सड़न को रोकने के लिए मंजन के रूप में किया जाता है। जडें व मसूडे मजबूत होंगे ,यह पायरीया का दुश्मन है ओर आपके दांतो को नया निखार व मज्बूती देता है । इससे रोजाना मंजन करें, फायदा होगा।

पिता पथरी

हर बीमारी आपकी मुट्ठी मे
 पार्क मे घास

हर रोज सुबह सुबह २०-३० मिंन्ट तक हरी दुभ जिस पर ओस हो पेर टहलें या घूमे या किसी नज़दीकी पार्क मे घास पर घूमे
इससे नज़र तेज होती है ओर चश्मे का नंबर भी लगातार कम होता जाता है सुबह सुबह घास पर टहलने के ओर भी ढेर सारे फ़ायदे है
१-सुबह सुबह घास पर टहलने से
दिल के रोगों के मरीज की बीमारी मैं भी लाभ होता है
२-सुबह सुबह घास पर टहलने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल मैं रहता है , ब्लड प्रेशर कंट्रोल मे रहता है
३-सुबह सुबह घास पर टहलने से मोटापा कम होता है चर्बी कम हो जात है
४ सुबह सुबह घास पर टहलने से शुगर व ब्लडशुगर के मरीज़ो मे शुगर के सत्र को नियंत्रण मे बड़ी मदद मिलती है  

सिर में सिकरी या रूसी

सिर में सिकरी या रूसी

घर पर तैयार करें देसी शैंपू जो आपकी सिकरी या रूसी का कर दे ख़तम

अगर आप सोचते हैं कि बाजार से रसायनयुक्त शैंपू ख़रीदकर आप अपनी रूसी ख़तम कर देंगी तो आप ग़लत
सिर में सिकरी -dandruf curing
है। अब तक आप पता नही कितने दावों वाले शैंपू आजमा चुकी  हैं, अब सिर्फ़ हमारे इस देसी शैंपू को आजमा कर देखें
 समान
अदरक को बारीक पीसकर २-३ चम्मच रस निकाल लें।  इसके अंदर 5-6 बूंद निंबू का रस मिला लें ओर इसमें तीन चम्मच काले या सफेद तिल का तेल या जैतून का असली तेल मिला लें
बस हो गया है आपका देसी शैंपू या कंडीसनर तैयार अब इसे नहाने से पहले इस देसी शैंपू को बालों की जड़ों तक उंगलियों के हल्के दबाव के साथ लगाकर मालिश कर लें। 20 मिनट तक ऐसा ही छोड़ दें। फिर बालों को धो लें। सप्ताह में 2-3 बार इस नुस्खे को आजमाएं। आप अपने सिर मैं सीकरी या रूसी का नाम भी ढूंड नही पाएँगी

सफेद पानी यानी ल्यूकोरिया का इलाज

सफ़ैद पानी या ल्यूकोरिया का इलाज(leukorrhea)


सफ़ैद पानी या ल्यूकोरिया
ल्यूकोरिया यानी सफ़ैद पानी की बीमारी महिलाओं के शरीर को बेहद कमजोर कर देती है और बोनस के रूप में कुछ और भी बीमारियों को पैदा कर देती है जैसे त्वचा में रूखापन, गालों में गड्ढे, कमर दर्द, सेक्स में अरुचि, घुटनों में दर्द, पाचन में गड़बड़ी, चिडचिडापन  आदि
इत्यादि. इसका एक बेहद सरल इलाज है-
एल्लोवेरा जूस का ल्गतर 2-3 माह तक रोजाना इस्तेमाल करना चाहिए ओर साथ मैं नीमिन पर्योग करे I


घरेलू दवा सफ़ैद पानी जिस को लकोरीया भी कहते हैं की दवा -

1-सफ़ैद चावल दो छोटे चमच ले कर रात को भिगो दे ओर सुबह इन्को मसल कर पानी निकाल लें

जो आधा कप हो I

दुसरा हरी दुभ घास जिसको दुर्वा भी कह्ते है सुबह सुबह तकरीबन बीस ग्राम ले कर कुट पीस  कर इस्का पानी निकाल ले जो तकरीबन 2-3 चमच हो अब दोनो को मिला कर रोगी को हर रोज खाली पेट पिला दें ओर लगातार पन्द्रह दिन करेI

2- साथ मे रात को सोते समय हर रोज एक माह तक बैध नाथ का सुपारी पाक एक चमच दूध के साथ देते रहे I

प्रहेज-गरम,अधिक चिक्नाई दार चीजें, मसाले दार चीजें,इम्ली की खटाई,आचार,गुड, गुड से बनी वस्तूए,आम्चूर के उत्पाद,व कामुक्ता इत्यादी का सखत परहेज रखे I

एक माह मे ये बीमारी जाती रहेगी अगर आप चाह्ते/चाह्ती हैं कि ये नामुराद बीमारी सदा के लिए जाती रहे तो उक्त चावल वाला प्रयोग 2 माह तक करें ओर सुपारी पाक वाला 3 माह तक लगातार करे I


2-कौंच के बीज कौंच को कपिकच्छु भी कहते हैं. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, लौह तत्व, प्रोटीन, गंधक और गेलिक एसिड पाया जाता है. इन बीजो का छिलका ज़हरीला होता है इन बीजों को रत को भिगो कर रख दे सुबह इसका छिलका नरम हो जाएगा इसको उतार कर सूखा कर इस्तेमाल करे 

आप कौंच के बीज लीजिये. उनका पीस कर  पावडर बना लीजिये .बस इसी पावडर को सुबह शाम पानी से निगल लीजिये .मात्रा होगी 2-2 ग्राम.

देखिये फिर जल्दी ही आपको इस नामुराद बीमारी से 21 दिन में ही. कैसे छुटकारा मिलता है.

3-ल्यूकोरिया की बीमारी में अशोक पेड़ की  छाल के चूर्ण वा मिश्री को सामान मात्रा में मिलाकर गाय के दूध के साथ सुबह शाम सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आंवला, गिलोय के चूर्ण को अशोक की छाल के चूर्ण के साथ बराबर मात्रा में उबालकर उसमें जल मिलाएं और शहद के साथ सुबह शाम सेवन करें।

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कोलॅस्ट्रोल घटाने के लिए

कोलॅस्ट्रोल घटाने के लिए  

कोलॅस्ट्रोल बढ़ जाने से मानव सरीर कई जटिल बीमारिओं से ग्रस्त हो जाता है जिनमे हाइ ब्लॉड़ प्रशर ओर हार्ट अटॅक हैं
कोलॅस्ट्रोल बढ़ जाने पर आल्लोवेरा जूस ओर हिमलियान बेरी जूस का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए
सुबह शाम पानी मैं दल कर 1-1 बूँद श्री तुलसी हर रोज लें चाहिए
reduce cholesterol level
2-  कोलॅस्ट्रोल घटाने के लिए  नुस्खा:
मिश्रण: 50 ग्राम मेथी, 20 ग्राम अजवाइन,10 ग्राम काली जीरी
बनाने की विधिः- मेथी, अजवाइन तथा काली जीरी को इस मात्रा में खरीद कर साफ कर लें। तत्पश्चात् प्रत्येक वस्तु को धीमी आंच में तवे के उपर हल्का सेकें। सेकने के बाद प्रत्येक को मिक्सर-ग्राइंडर में पीसकर पाउडर बनालें। तीनों के पाउडर को मिला कर पारदर्शक काँच के डिब्बे में भर लेवें। आपकी अमूल्य दवाई तैयार है।
दवाई लेने की विधिः- तैयार दवाई को रात्रि को खाना खाने के बाद सोते समय 1 चम्मच गर्म पानी के साथ लेवें। याद रखें इसे गर्म पानी के साथ ही लेना है। इस दवाई को रोज लेने से शरीर के किसी भी कोने मे अनावश्यक चर्बी/ गंदा मैल मल मुत्र के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है, तथा शरीर सुन्दर स्वरूपमान बन जाता है। मरीज को दवाई 30 दिन से 90 दिन तक लेनी होगी।
अगर मोटापा अधिक है तो   FAT AWAY KIT मंगवा ले ओर विधि अनुसार पर्योग करें फ़ायदा ज़रूर होगा
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शीघ्रपतन

शीघ्रपतन

शीघ्रपतन एक बड़ी गंभीर बीमारी है जिससे ग्रस्त इंसान अपनी पत्नी को रति क्रिया से / संभोग से पूरण आनंदित नही कर सकता इस बीमारी से एक हंसता खेलता परिवार लड़ाई झगड़ा कालेश से शुरू होकर बात तलाक़ तक पहुँच जाती है क्यो की बीमारी के बारे मैं पति पत्नी दोनो ही खुल कर किसी को नही बताते ओर बात बिगड़ती जाती है ओर इस छोटी सी बीमारी के कारण परिवार टूट जाते हैं
शीघ्रपतन

इस बीमारी का शिकार नीम हकीमो या गुप्त रोगो के माहिर का शिकार हो कर उजड़ते है जो इन लोगोका खूब शोसन करते है ओर लूटते हैं इसे अवसरवादी लोगो से बचना चाहिए ताकि इस तरह के उजड़ते परिवरो को टूटने से बचाया जा सके आपको यह बात सोच लेनी चाहिए की हमरे आयुर्वेद मैं कोई बीमारी लाइलाज नही छोड़ी है हर बीमारी का

इलाज मोजूद है मग्र इलाज करने ओर करवाने वाला सही होना चाहिए
 शीघ्रपतन के रोगियों को 2-3 माह तक पावर ओ गोल्ड पावडर ओर जीवन शक्ति रस का लगातार सेवन करना चाहिए इसके साथ नीचे डाए गये किसी भी एक पर्योग का इस्टामाल करना चाहिए यह बीमारी इतनी जल्दी ही ठीक हो जाती है जितनी जल्दी आपको पहले नीम हकीमो नई लूटा था
 शीघ्रपतन के रोगियों के लिए एक  प्रयोग काफी लाभकारी  है- सौ ग्राम अजवाइन लेकर सफेद प्याज के रस में भिगोकर सुखा लें,सूख जाने पर पुन: पुन: प्याज के रस में भिगोकर तीन बार सुखाएं। अब अच्छी तरह सूख जाने पर इसका बारीक पाउडर बना लें,अब इस पाउडर को पांच ग्राम की मात्रा में घी और शक्कर की लगभग पांच ग्राम की मात्रा से सेवन करें। इस योग को इक्कीस दिन तक लेने पर शीघ्रपतन में लाभ मिलता है

2--एक किलो प्याज के रस में आधा किलो उड़द की काली दाल मिलाकर पीस कर पीठी बना लें और इसे सुखा लें, सूख जाने पर पीठी को एक किलो प्याज के रस में पुनः दुबारा पीसें और पुनः दुबारा पीस कर लिख लें ईअब इस पीठी को दस ग्राम की मात्रा में लेकर भैंस की दूध में पुनः पकायें और इच्छानुसार शक्कर डाल कर पी जाएँ, इस योग का सेवन लगातार तीस दिन तक सुबह शाम सेवन करने से सेक्स  स्तम्भन शक्ति बढ़ जाती है !

3-सफेद मूसली, गोखरू, तालमखाना और शतावरी 50-50 ग्राम सबको कूट-पीसकर महीन चूर्ण कर लें और पिसी हुई मिश्री 100 ग्राम लेकर सबको मिला लें। सुबह-शाम इस चूर्ण को 1-1 चम्मच मात्रा में मीठे कुनकुने गर्म दूध के साथ सेवन करें। यह नुस्खा नपुंसकता, ध्वजभंग, शुक्रमेह, शुक्र की उष्णता व पतलापन, पेशाब की रुकावट और जलन आदि व्याधियां नष्ट कर शरीर को सशक्त,बल्वान  बनाने और पौरुष बल की वृद्धि करने में बहौत सफल सिद्ध हुआ है। आप भी इसे प्र्योग कर सकते है,

बनी रहे सुपर हॉट करे ये टिप्स

हॉट लड़की बनने के लिए करे दिखने के लिए नही सदा बनी रहे सुपर हॉट करे ये उपाए   
BEAUTY TIPS, बनी रहे सुपर हॉट करे ये उपाए, हॉट, हॉट बनने के लिए टिप्स,


टिप्स
 दिखे  खूबसूरत और हॉट    हर लड़की की ख्वाहिश होती है वह खूबसूरत और हॉट दिखे और लोगों की नजरें उसकी तरफ हों।...लेकिन हॉट बनने का रहस्य क्या है आओ जाने ?  थोड़ी सी सतर्कता आपको भी बना सकती है सुपर हॉट। हर लड़की की ख्वाहिश होती है वह खूबसूरत दिखे  सुंदरता तो असली शिंगार है हर लड़की का कुछ कारण हैं जो खूबसूरत लड़की के चेहरे को खराब कर देते है जो किल,मुहासे ,दाग, झुरिया आदि कोई भी हो सकते है जो खूबसूरत चेहरे को बदसूरत बना देते है
इस्केलिए आपको कम से कम नकली ओर केमिकल युक्त फेशियल से हरगिज़ बचना होगा जो आपकी चमकती काया को दागनूमा बनाते है आपको हर्बल गोल्ड फेशियल किट का इस्तेमाल शुरू करना होगा जो पूरे हर्बल तरीके से बनाया जाता है
यह आपकी त्वचा को मुलायम व लचकदार बनता है इससे किल,मुहासे ,दाग, झुरिया आदि कोई भी हो सभी तरह के दाग धब्बे आदि को साफ करके चेहरे से गंदगी ज़हरीले तत्वो को दूर करता है (हर्बल गोल्ड फेशियल किट कीमत 1599/रुपये )
त्वचा को साफ,गोरा,मुलायम,चमकदार,कांतिमय ओर झुरीओ रहित बनता है इसका इस्तेमाल साप्ताह मैं कम से कम एक दफ़ा ज़रूर करना चाहिए 

हो सकता है कि आप अपने चलने पर ध्यान ना देती हों लेकिन लड़के हमेशा लड़कियों की चाल पर ध्यान देते हैँ। कई बार भद्दे तरीके से चलने से आपका खूबसूरत व्यक्तित्व भी बदसूरत और खराब लगने लगता है।

चाल रखें ठीक हील्स के साथ चाल रखें ठीक : यह तो हर कोई जानता है कि महिलाएं जब चलती हैं तो उनके हिप्स का मूमेंट भी होता है। आमतौर पर पुरुष इसे महिलाओं की वजिर्निटी से जोड़कर देखते हैं जो कि सिर्फ एक मिथ है यदि महिलाएं चलने के दौरान अपने हिप्स का मूमेंट ठीक रखेंगी तो उनके व्यक्तित्व में निखार आएगा खासतौर पर महिलाएं जब हील्स पहनती हैं तो उनके हिप्स ज्यादा मूव करते हैं। ऐसे में हील्स पहनते हुए अपनी चाल ठीक रखें और सामान्य तौर पर चलते हुए अपने हिप्स ज्यादा हिलाएं-डुलाएं नहीं।

लंबे ओर घने बाल हर लड़की की ख्वाहिश होती है लंबे ओर घने बाल वह खूबसूरत दिखे इसमे घने ओर लंबे बालो का भी अहम रोल होता है 
 घने ओर लंबे बालो के लिए आपको केमिकल युक्त शॅमपू जो अक्सर लड़कियाँ बालो को साफ करने मैं इस्तेमाल करती हैं से बचना ज़रूरी है आप एलओवेरा युक्त हर्बल शॅमपू का इस्तेमाल करे जो केस विन के नाम से है इससे आपको बाल धोने चाहिए (कीमत 195/रुपये 200 ग्राम पॅक)
ओर अलोए हेर आयिल के साथ बालो के सूखने के बाद अपने हाथो की उंगलिओ से बालो की जड़ो मैं 15-20 मिंट तक मालिश करनी चाहिए (अलोए हेर आयिल कीमत 225/ रुपये 200 ग्राम )
इससे आपके बाल जड़ो से घने मुलायम चमकीले, ओर लंबे होते है झड़ना / टूटना  बंद हो जाते हैं सिर की तवचा का रूखापन , खुश्की, सीकरी, दंडरॅफ जैसी सारी बीमारियाँ ख़तम हो जाती है  

कदकाठी पुरुषों की सी कदकाठी होने पर : कई महिलाओं की कदकाठी पुरुषों की तरह होती है। ऐसी महिलाएं लड़कों की नजर में तुरंत आ जाती हैं।

 आपकी फिगर  आपको सबसे पहले तो महिलाओं की तरह धीमा चलना होगा। आप अपने कंघों और कमर के निचले हिस्से पर ज्‍यादा बल देकर ना चलें। अगर आपके जिसम पर चर्बी अधिक है तो इसको घटाने के लिए बाड़ी टोनर मशीन (कीमत 16000/ रुपये )का दिन मे दो बार 10 से 15 मिंट तक हर रोज इस्ते-माल  करे
अगर मोटापा अधिक है तो साथ मे हर्बल स्लिमिंग टॅबलेट फ़ैट अवे (30 टॅबलेट की कीमत 300 रुपये ) का लगातार मनचाही बाड़ी हो जाने तक इस्तेमाल करे 
छाती या सतनो  का आकर सीना तानकर ना चलें : कुछ महिलाएं अपना आत्मविश्वास दिखाते हुए सीना तानकर चलती हैं। अगर आपकी छाती या सतनो  का आकर सही नही है  या लटके हुए हैं तो इसका आसान इलाज ब्रेस्ट फिट है (100 ग्राम कीमत 350 रुपये) अपने सतनो या ब्रेस्ट को सही आकार देने ओर अविकसित सतनो के विकास के यह बहोत परभावशाली है यह सतनो के ढीलेपन एव बेढँगेपन सही आकर देता है
सही मात्रा मे क्रीम सतनो के इर्द-गिर्द तब तक मालिश करे जब तक क्रीम सोख ना जाए ।

यदि आपके कंधे चौड़े हैं तो ऐसे में आप चलने के दौरान कमर को सीधा रखें और कंधे को भी नीचे रखें। इससे आप कॉन्फिडेंट दिखेंगी और महिलाओं की तरह चलती हुई दिखाई देंगी।

अपस्मार ,मिर्गी

अपस्मार (मिर्गी) (एपिलेप्सी) रोग की चिकित्सा-

मिर्गी एक नाडी संबंधित रोग है जिसमें मस्तिष्क की विद्युतीय प्रक्रिया में व्यवधान पडने से शरीर के अंगों में आक्छेप आने लगते हैं। दौरा पडने के दौरान ज्यादातर रोगी बेहोंश हो कर गिर जाते हैं और आंखों की पुतलियां उलट जाती हैं। रोगी चेतना विहीन हो जाता है और शरीर के अंगों में झटके आने शुरू हो जाते हैं। मुंह में झाग आना मिर्गी का प्रमुख लक्छण है।
आधुनिक चिकित्सा विग्यान में मिर्गी की लाक्छणिक चिकित्सा करने का विधान है और जीवन पर्यंत दवा-गोली पर निर्भर रहना पडता है। लेकिन रोगी की जीवन शैली में बदलाव करने से इस रोग पर काफ़ी हद तक काबू पाया जा सकता है। कुछ निर्देश और हिदायतों का पालन करना मिर्गी रोगी और उसके परिवार जनों के लिये परम आवश्यक है। शांत और आराम दायक वातावरण में रहते हुए नियंत्रित भोजन विधान अपनाना बहुत जरूरी है। भोजन भर पेट लेने से बचना चाहिये। थोडा भोजन कई बार ले सकते हैं। रोगी को सप्ताह मे एक दिन सिर्फ़ फ़लों का आहार लेना उत्तम है। अपस्मार - मिर्गी रोग की चिकित्साअपस्मार मिर्गी के रोगी को सफर से बचना जरूरी है ।

 

अनिवार्या रूप मैं श्री तुलसी की 1-2 बूँद हर रोज पानी मैं डालकर रोगी को दोनो टाइम दे नीमिन लिखित कोई एक दवा का नियमित उपचार शुरू करे

  1- 100 ग्राम दूध में इतना ही पानी मिलाकर उबालें दूध में लहसुन की ४ कुली चाकू से बारीक काटक्रर डालें ।यह खीर रात को सोते वक्त खाना कुछ ही रोज में फ़ायदा नजर आने लगेगा।
2-- गाय के दूध से बनाया हुआ मक्खन मिर्गी में फ़ायदा पहुंचाने वाला है। 10 - 15 ग्राम नित्य खाएं।1- नींबू के रस में अरीठे को घिसकर उसका नस्य लेने से अथवा भांगरे के रस में समान मात्रा में बकरी का दूध मिलाकर उसकी बूँदें नाक में रोज डालने से मिर्गी के रोग में लाभ होता है।
पागलपनइस रोग के मरीज को सूत की खाट पर बाँधकर नीचे से कड़वे सहजने की पत्तियों का धुआँ 15 मिनट तक दें। मरीज को ऊपर से कम्बल ढाँक दें जिससे उसकी नाक, आँख एवं कान में धुआँ प्रवेश करेगा। इस प्रयोग से चार-पाँच दिन में ही मरीज ठीक हो सकता है।
3- अंगूर का रस मिर्गी रोगी के लिये अत्यंत उपादेय उपचार माना गया है। आधा किलो अंगूर का रस निकालकर प्रात:काल खाली पेट लेना चाहिये। यह उपचार करीब ६ माह करने से आश्चर्यकारी सुखद परिणाम मिलते हैं।  

4- मानसिक तनाव और शारिरिक अति श्रम रोगी के लिये नुकसान देह है। इनसे बचना जरूरी है।
5- मिर्गी रोगी को २५० ग्राम बकरी के दूध में ५० ग्राम मेंहदे के पत्तों का रस मिलाकर नित्य प्रात: दो सप्ताह तक पीने से दौरे बंद हो जाते हैं। जरूर आलमाएं। 

6- रोजाना तुलसी के २० पत्ते चबाकर खाने से रोग की गंभीरता में गिरावट देखी जाती है।
7-पेठा मिर्गी की सर्वश्रेष्ठ घरेलू चिकित्सा में से एक है। इसमें पाये जाने वाले पौषक तत्वों से मस्तिष्क के नाडी-रसायन संतुलित हो जाते हैं जिससे मिर्गी रोग की गंभीरता में गिरावट आ जाती है। पेठे की सब्जी बनाई जाती है लेकिन इसका जूस नियमित पीने से ज्यादा लाभ मिलता है। स्वाद सुधारने के लिये रस में शकर और मुलहटी का पावडर भी मिलाया जा सकता है।
8-लहसुन की थोड़ी कलियों को दूध में भिगोकर प्रतिदिन सेवन करने से थोड़े ही दिनों में इस रोग से छुटकारा मिल जाता है।
9-बेहोशी के दौरे आने पर लहसुन को पीसकर रोगी को सुँघाने से तथा उसका रस रोगी की नाक में डालने से बेहोशी दूर होती है।

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