घुटना हमारे शरीर का अहम हिस्सा है जो हमारे पूरे सरीर का वजन उठाता है,चल्ने फ़िरने उठने बैठने के काबिल बनाता है। लेकिन घुटनों में विकार आ जाने पर हमें रोजमर्रा के काम करने में कठिनाई महसूस होने लगती है| हम सभी स्त्री-पुरुषों को जीवन के किसी ना किसी पडाव में घुटनों के दर्द की समस्या से दौ-चार होना ही पड़ता है|कुछ लोग जवानी में ही इस दर्द की चपेट में आ जाते हैं, बुढापा तो घुटनों की पीड़ा के लिए खास तौर पर जाना जाता है|
घुटनों के दर्द की चिकित्सा -
इस बिमारी को जड मूल से नाश करने के लिए आप एक देसी प्रयोग अपने घर पर कर सकते हैं।
चूना को कि लोग पान या जर्दा में मिला कर खाते हैं अपने घर पर ले आए,
यह स्भी पनवाडी की दुकानों पर आसानी से मिल जाता है।
इस चूने में से गेहूं के दाने जितना चूना एक कप दहीं मे मिला कर खाना चाहिए,अगर दही ना हो तो दूध,दाल या पानी में मिला कर लें।
यह प्रयोग लगातार 90 दिन तक करें अपका जोडों का दर्द चाहे किसी भी बिमारी की वजह से है तो वह बिलकुल ठीक हो जाएगा।
इस दवा से आपके घुटनों व अन्य जोडों मे से कट कट की आवाजें आनी,जोडों की अकडन,गठीया,बाय,बादी आदि के सभी तरह के जोडों के दर्द ठीक हो जाते हैं।
*अदरख का रस पारिजात की 6-7 ताजी पत्तियों को अदरक के रस साथ कुचल लिया जाए और शहद मिलाकर सेवन किया जाए तो बदन दर्द और जोड़ दर्द में काफी आराम मिलता है। माना जाता है कि इस फार्मुले का सेवन सायटिका जैसे रोग के लिए भी महत्वपूर्ण होता है।
*अस्थियों को मजबूत बनाए रखने के लिए केल्शियम का सेवन करना उपकारी है|
केल्शियम की 500 mg की गोली सुबह शाम लेते रहें| | दूध ,दही,ब्रोकली और मछली में पर्याप्त केल्शियम होता है|
*घुटनों के लचीलेपन को बढाने के लिए दाल चीनी,जीरा,अदरक और हल्दी का उपयोग उत्तम फलकारी है| इन पदार्थों में ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो घुटनों की सूजन और दर्द का निवारण करते हैं|
*गाजर में जोड़ों में दर्द को दूर करने के गुण मौजूद हैं |चीन में सैंकडों वर्षों से गाजर का इस्तेमाल संधिवात पीड़ा के लिए किया जाता रहा है| गाजर को पीस लीजिए और इसमें थोड़ा सा नीम्बू का रस मिलाकर रोजाना खाना उचित है| यह घुटनों के लिगामेंट्स का पोषण कर दर्द निवारण का काम करता है|
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